Tujhe To Main Zinda Dafnaunga

ताजमहल क्या चीज़ है,
इससे अच्छी इमारत बनाऊंगा,
मुमताज़ तो मर-कर दफ़न हुई थी,
तुझे तो मैं ज़िंदा दफनाऊंगा…