Vo Jakham Kaise Dikhaye Jo Dikhte Nahi

वो नाराज है हमसे की हम कुछ लिखते नहीं, कहा से लाये लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं, दर्द की जुबान होती तो बता देते शायद, वो जख्म कैसे दिखाए जो दीखते नहीं…