Hum Tumse Milne Ko Tarasate Hai
तारे आसमान में ही चमकते है, बदल इतने दूर है, फिर भी बरसते है, हम भी कितने अजीब है, तुम दिल में रहते हो, और हम तुमसे मिलने को तरसते है…!
तारे आसमान में ही चमकते है, बदल इतने दूर है, फिर भी बरसते है, हम भी कितने अजीब है, तुम दिल में रहते हो, और हम तुमसे मिलने को तरसते है…!