Insaan Niche Baitha Daulat Ginta Hai

इंसान निचे बैठा दौलत गिनता है, कल इतनी थी आज इतनी बढ़ गयी.. ऊपर वाला हसता है और इंसान की सांसे गिनता है, कल इतनी थी, आज इतनी कम हो गयी…