Kabhi Purush Ke Liye Bhi Kuch Bolo

स्त्री की तारीफ कीजिये, उस में कोई शक नहीं है.. “क्योंकि” वह खुद का घर छोड़ कर आती है.. पर कभी पुरुष के लिए “भी” दो शब्द बोला करो, जो अनजान स्त्री को, खुद का घर सौप देता है…