Raat Love Shayari in Hindi
रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं, कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं, ऐसे डूबा तेरी आँखों की गहराई में आज, हाथ में जाम हैं, मगर पिने का होश नहीं… शुभ रात्रि!!
रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं, कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं, ऐसे डूबा तेरी आँखों की गहराई में आज, हाथ में जाम हैं, मगर पिने का होश नहीं… शुभ रात्रि!!