Apna Vyaktitva Itna Uncha Banaye Ki

दुसरो को सुनाने के लिए, अपनी आवाज ऊँची मत करिये, बल्कि अपना व्यक्तित्व इतना ऊँचा बनाये की, आपको सुनने की लोग मिन्नत करे…