Vahi Karna Jo Aapka Dil Kahe
जिंदगी के किसी भी मोड़ पर, ‘आप’वही करना, जो ‘आपका’ ‘दिल’ आपसे कहे, क्योंकि जो ‘दिमाग’ कहता है, वो’ मज़बूरी’ होती है, और जो दिल कहता है, वो ‘मंजूरी’ होती है…
जिंदगी के किसी भी मोड़ पर, ‘आप’वही करना, जो ‘आपका’ ‘दिल’ आपसे कहे, क्योंकि जो ‘दिमाग’ कहता है, वो’ मज़बूरी’ होती है, और जो दिल कहता है, वो ‘मंजूरी’ होती है…