Kisi Ko Bura Mat Boliye

किसी को बुरा मत बोलिए और, किसी को अच्छा बोले बगैर मत रहिए! आलोचना एक ऐसा ज़हर है, जिसे कोई पीना नहीं चाहता और, प्रशंसा एक ऐसा माधुर्य है, जिसे हर कोई पीना पसंद करता है!