Jine Ki Khwahish Me Har Roj Marte Hai

जीने की ख्वाहीश मे हर रोज मरते है,
वो आए ना आए हम इंतजार करते है,
झूठा ही सही मेरे यार का वादा,
हम आज भी सच मानकर उन पर ऐतबार करते है…